कब आएगी माँ झुंझुनू वाली कब आएगी माँ घर हमारे,
जाने कब आएगी मुझे अपना बनाएगी,
मेरे आंसू पोछकर, मुझे गले लगाएगी !!
थक गए नैन मेरे रास्ता निहार के,
प्यासी प्यासी अंखियो में, सपने बहार के...
कब बिगड़ी बनाएगी मेरे दुखड़े मिटाएगी....
मेरे आंसू पोछकर, मुझे गले लगाएगी ....
कब आएगी माँ झुंझुनू वाली .....!!